सितंबर और उसका गीत
आज एक सप्टेम्बर है, साल 1961 में एक हॉलीवुड में एक फ़िल्म रिलीज़ हुई नाम था come september रॉक हडसन और सांड्रा डी के लीड रोल वाली इस फ़िल्म में एक गीत आया , जिसे आज हम come september गीत के नाम से जानते हैं , ये वो ज़माना था जब हमारे मुम्बई फ़िल्म इंडस्ट्री के कलाकार अपनी स्टाइल हॉलीवुड के कलाकारों से इंस्पायर होकर रखते थे, इस फ़िल्म की दो हिंदी रीमेक बनी एक कश्मीर की कली 1964 और दूसरी मेरे सनम 1965 मजे की बात ये कि दोनों फिल्मे कश्मीर में शूट हुई और दोनों ही में संगीत दिया ओ पी नैय्यर साहब ने, खैर इन दोनों फिल्मों के संगीत से कम सेप्टेंबर का कोई संबंध नहीं, मगर इसे बाद में कुछ संगीतकारों ने गीत के बैक ग्राउंड में जरूर बजाया, एक संगीतकार जोड़ी ने इसे बड़ी बेशर्मी से चुराकर नब्बे के दशक की फ़िल्म में जड़ दिया, खैर साथ मे इस लोक प्रिय धुन के साथ हुए कुछ कमाल के प्रयोगों की यु ट्यूब लिंक नत्थी है।
मूल गीत बॉबी डेरेन ने गाया और संगीतबद्ध किया है, के साथ सुमन कल्याणपुर का इसी धुन पर आधारित गैर फिल्मी गीत, सितार वादक श्री चंद्रशेखर फणसे का प्रयोग, राजन कनल का सरोद और गिटार पर प्रयोग और शलोनी सेन का अककॉर्डियन और पियानों के साथ किया गया प्रयोग।
तो आनंद लीजिये और स्वागत कीजिये सेप्टेंबर का *हेलो सेप्टेम्बर* के साथ
©प्रशांत कोठारी
चित्र: internet से साभार
